Sunday, February 5, 2012

गाँधी की टोली

आज  के  इस  कलयुग   में 
कहाँ   है  गाँधी  की  टोली  ???

साथ  में  जिसे  लिए  चलती  थी  शांति,गीता  की  हमजोली ..

रामदेव , अन्ना  भी  गए  सरकार  की  इस  खताई  में ...

शांति  के  साथ  चतुराई  भी  गयी 
भ्रष्टाचार  की  लडाई  में .. 

नहीं  मिला  मुकाम  अब 'तक _ मीत ,
जिसकी   हमें  तलाश  थी ...
क्रांति  अब  वो  फिर  छिड़ेगी  जो  सन  ४७  की  आवाज़  थी ... 
अंग्रेज  डरके  भागे  थे
जनता  के  आगे  कांपे  थे ...

वही  जनता  फिर  जागेगी 
 सरकार  को  मिलकर  भांपेगी  ...

 आवाज  सत्याग्रह  की ही   नहीं,  गर्मजोशी  का  दबाव  भी  था ,
तभी  देश  आज़ाद  हुआ  था ...

जिस 'से  भारत  को   गुमान  हुआ  था - 
  यह 'तो  सत्याग्रह  की  आवाज़  है ...

गर्मजोशी  अभी  हुई  कहाँ   है  ?? :)

इतने  में  सरकार  लुट  गयी  है ,
 मीत  के  भाई  उतरेंगे  तो  ये  भागेगी  कहाँ   ??

 अंतिम  समय  तक  चलेगी  लडाई
भ्रष्ट  नेताओं  पे  होगी  कडाई ..
जंग   हार  सकते  नहीं  कभी ...

है  भ्रष्टाचार  की  यह  पहली  लडाई ..
 झुक   जाएगी  ये  सरकार, 
 फंस   जायेंगे  शातिर  मंत्री ,
आखिर  कबतक  झूठी  शान  रहेगी ??

भ्रष्टाचार  अब  नहीं  चलेगा  ... भ्रष्टाचार  अब  नहीं  चलेगा  ...
भ्रष्ठाचार   अब  नहीं ... चलेगा  ....

Dedicated to: all Indians. 
 Follow the rules to make India corruption free.......

No comments:

Post a Comment