Saturday, May 2, 2020

कोरोना के बाद व् कोरोना के साथ जीवन की सकारात्मकता

आज भी जब shelter  homes में जाती हूँ , लोगों से मिलती हूँ तो उन में एक व्यग्रता है , भविष्य के प्रति एक नकारात्मक आशंका है और एक डर है ...
आइए इस पर ही बात करते हैं ... 
भविष्य - भविष्य तो काल के गर्भ में है ना , पहले वर्तमान अपने जीवन के बारे में तो सोचिए - जीवन ही ना रहे तो क्या व्यवसाय
जीवन में अब अनेक नियमों का पालन करना ही होगा - पहले मस्तिष्क में इस बात से समझौता कीजिए ... 
मन मस्तिष्क को सकारात्मकता की ओर मोड़िए - अपने आप को जीवन जीने की कला सीखने पर केंद्रित कीजिए ... 
रोज़ ध्यान कीजिए - हृदय में सकारात्मकता का संचार कीजिए ... जब भविष्य के तनाव को दूर करेंगे तभी वर्तमान में जीना आएगा ...
जब वर्तमान में जीना सीखेंगे तो नियम पालन उस का एक अभिन्न अंग बन जाएगा ... 
आप अपने आप स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा चुकेंगे ...
कोरोना वाइरस के सकारात्मक पक्ष को देखने की कोशिश कीजिए
परिजनों का साथ मिला - जिसे आप जीवन की आपा धापी में खो चुके थे ...
ध्यान , योग अन्य exercise के लिए समय मिला है , सो ये कहा जा सकता है कि शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य का वरदान लाया है कोरोना वाइरस संक्रमण का डर ... 
बच्चों को उन्मुक्त घर का वातावरण मिल रहा है , गृहणियों को सुबह की मारा मारी से मुक्ति
सोचिए क्या ये सब आज के समय में मुमकिन था
दोनों हाथों में क़ैद कर लीजिए इन लम्हों को और इन की positivities को enjoy कीजिए ...
अक्सर बाहर का खाना खा कर हम सब जानते बूझते अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो गए थे , कोरोना ने हमें घर के खाने की नियामत दिलाई ... 
अब बात करते हैं पैसों की
बहुत परेशान हैं लोग
आशंका है व्यवसाय ख़त्म होने की
ना इसे भी सकारात्मक लीजिए ... 
नए सिरे से शुरू करेंगे अपने काम को ...
पुराने समय से आगे बढ़िए - अब comparison कर के मस्तिष्क में तनाव का संचार मत कीजिए ... 
हर दिन नया दिन है - ये हमारा नया मंत्र होना चाहिए ...
बाज़ार खुलेंगे , व्यवसाय भी होगा ...
भूतकाल नहीं वर्तमानकाल से व्यावसायिक गतिविधियों का आँकलन हमारा मूलमंत्र होना चाहिए ...
आज इतना कमाया , कल फिर कमाएँगे इस पर ध्यान केंद्रित कीजिए
यदि सोच रहेगी कि करोड़ों का कारोबार था करोड़ पर गया तो depression से मुक्त ना हो पाएँगे ...
सकारात्मक कदम ही हमें जिताएँगे ... 
एक एक पग बढ़ाइए और मंज़िल की ओर अग्रसर रहिए - मंज़िल ज़रूर मिलेगी 😊

No comments:

Post a Comment